The ???? DM for Personalised Upay Diaries
बच्चों के जीवन का सबसे आम सपना यही होता है. शायद ही कोई ऐसा हो जिसने पेपर छूट जाने का सपना न देखा हो.देश-दुनिया की ताज़ा खबरों पर अलग नज़रिया, फ़ॉलो करें डीएनए हिंदी को गूगल, फ़ेसबुक, ट्विटर और इंस्टाग्राम पर
दिन में कोई ऐसी घटना हुई हो जो आपके दिमाग में बार बार आ रही है, तो आप बुरे सपने देख सकते हैं.
स्लीप शेड्यूल बनाएं: हर दिन एक ही समय पर बिस्तर पर जाएं और सुबह एक ही समय पर जागें, वीकेंड पर भी ऐसा ही करें। इस प्रकार आपको अच्छी और गहरी नींद प्राप्त करने में मदद मिलती है और आपको बुरे सपने नहीं आते।
डरावने सपने रात के दूसरे पहर यानी सुबह होने से कुछ घंटे पहले आते हैं. ये सपने बहुत वास्तविक लगते हैं और अक्सर किसी खतरे, पीछा करने, चोट लगने या अन्य डरावनी कंडीशंस से जुड़े होते हैं. ऐसे सपनों से नींद टूटने पर दिल की धड़कन तेज हो सकती है, पसीना आ सकता है और व्यक्ति तुरंत डर या बेचैनी महसूस करता है. खास बात यह है कि जागने के बाद भी सपना साफ तरीके से याद रहता है और उसके कारण दोबारा नींद नहीं आती है.
पूरी रात सपने क्यों आते हैं और कब आते हैं?
इसीलिए सपने में भी आपको किसी के पीछा करने का एहसास होता है.
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अगर इन सपनों पर अगर जल्दी काबू न पाया जाए तो यह अनिद्रा, मोटापा, स्ट्रेस, डिप्रेशन, व्यक्ति के काम की गुणवत्ता और खराब नींद का कारण बनने लगते हैं। हालांकि इस तरह के डरावने सपने व्यक्ति को अनहेल्दी फूड, तनाव, नींद की कमी, सोने के गलत तरीके की वजह से आते हैं।
नींद की कमी बुरे सपनों का एक महत्वपूर्ण कारण हो सकती है। जब हमें पूरी नींद नहीं मिलती, तो दिमाग का आराम ठीक से नहीं हो पाता और वह लगातार सक्रिय रहता है। इस कारण से हम सोते समय कई तरह के विचारों का सामना करते हैं, जो बाद में बुरे सपनों के रूप में हमारे सामने आते हैं। अगर हमारी नींद पूरी नहीं होती, तो दिमाग के अवचेतन हिस्से में उठती उथल-पुथल बुरे सपनों का कारण बन सकती है। इससे हमें रात में बार-बार check here डरावने सपने आते हैं, जिससे हमारा मन बेचैन और परेशान हो जाता है।
बुरे सपने ज्यादातर आधी रात के समय आते हैं,इनका कोई फिक्स समय नहीं होता ये एक से ज्यादा बार भी आ सकते हैं
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